Breaking News
सूर्ये मिशन आदित्य अल वन की सफल लांचिंग   |  मुख्यमंत्री ने हवाई सेवा सुदृढ़ करने के लिए अधोसंरचना विकास पर बल दिया  |  प्रदेश सचिवालय से सीटीओ शिमला तक विद्युत केबल बिछाने के लिए आवंटित होंगे 10 करोड़ रुपये: मुख्यमंत्री  |  मुख्यमंत्री ने सभी उपायुक्तों को तीन दिन के भीतर नुकसान का आकलन करने के दिए निर्देश  |  माता चिंतपूर्णी मंदिर न्यास ने आपदा राहत कोष के लिए 2 करोड़ रुपये का अंशदान किया  |  मुख्यमंत्री ने एन.एच.ए.आई. अधिकारियों को क्षतिग्रस्त राष्ट्रीय राजमार्गों को शीघ्र बहाल करने के निर्देश दिए  |  5,435 व्यक्तियों द्वारा डाउनलोड किया गया ‘मेरा बिल’ एप- हरपाल सिंह चीमा  |  पंजाब के सरकारी स्कूलों के 23 विद्यार्थी श्रीहरिकोटा के लिए रवाना : हरजोत सिंह बैंस  |  सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डा. बलजीत कौर ने 62 सुपरवाईजऱों को सौंपे नियुक्ति पत्र  |  पंजाब सरकार द्वारा स्टेट कमिशनर फॉर परसनज़ विद डिसएबिलटीज़ के पद के लिए आवेदनों की माँग  |  
पर्यटन
समाचार ब्यूरो 15/02/2020 :
महाराष्ट्र में यह है खूबसूरत बीचों और मंदिरों का शहर, कहा जाता है मिनि महाबलेश्वर
 
यहां कई किले, मंदिर और गुफाएं हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। यहां का मौसम साल भर ठंडा रहता है।

दापोली महाराष्ट्र का एक छोटा हिल स्टेशन है। यहां साल भर ठंडा मौसम रहता है। यहां कई किले, मंदिर और गुफाएं हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। यहां का मौसम साल भर ठंडा रहता है। इस वजह से दापोली को मिनि महाबलेश्वर भी कहा जाता है। कई महान हस्तियों जैसे लोकमान्य तिलक, साने गुरुजी, ढोंडो, महर्षि, केशव कार्वे और परंजापे का यहां निवास रहा है। यहां कई बीच, धरोहर स्थल और ऐतिहासिक इमारतें हैं। इसके अलावा यहां का सी फूड्स काफी स्वादिष्ट होने की वजह से मशहूर है। वीकेंड हॉलिडे के लिए यह जगह काफी उपयुक्त है। आइए यहां के कुछ प्रमुख स्थानों के बारे में बताते हैं...

केशवराज मंदिर

यह मंदिर पेशवा शैली की वास्तुकला का नमूना है। यहां का माहौल काफी शांति भरा है। केशवराज तक एक छोटा सा रास्ता जाता है जो नारियल, सुपारी, आम और काजू के पेड़ों के बीच से होकर गुजरता है।

प्राकृतिक गीजर

यहां गरम पानी का एक झरना भी है जिसके पानी में गंधक की महक आती है। दरअसल यह पानी गंधक के भूमिगत ढेर से होकर गुजरता है। कहा जाता है कि इस पानी में औषधीय गुण है और त्वचा की बीमारियां दूर हो सकती हैं। पास में घना जंगल, बगल की पहाड़ी पर भगवान शिव का मंदिर और छोटी सी नदी से पानी का बहाव इस भौगोलिक क्षेत्र को काफी खूबसूरती प्रदान करता है।

 

हरनाई पोर्ट और बीच

जब आप लैंप पोस्ट से होकर गुजरेंगे तो आप फतेहगढ़ का किला, कनकदुर्ग और स्वर्णदुर्ग देख सकेंगे। पूरे कोंकण तट पर हरनाई लैंप पोस्ट सबसे पुराना और अहम लाइट हाउस है। आप लैंप पोस्ट के पास खड़े होकर बीच का नजारा और समुद्र में लंगर डाले जहाज को देख सकते हैं।

 

गणेश मंदिर

दापोली तालुका के अंजारले गांव में एक गणेश मंदिर है जिसको कादीवार्चा गणपति कहा जाता है। अंजारले जॉग नदी के मुहाने पर एक छोटा सा पोर्ट है। यहां का गणेश मंदिर पूरे कोंकण क्षेत्र में काफी प्रसिद्ध है। यह मंदिर 12वीं सदी में बना था। साल 1630 से इस मंदिर की देखरेख का काम 'निस्चर' परिवार करता है। ऊंचाई पर स्थित मंदिर तक जाने के लिए पत्थर की सीढ़ियां बनी हैं। आप वहां से अरब सागर, सुवर्नदुर्ग किला हरनाई और नारियल के घने बागान को देख सकते हैं।

 

कैसे जाएं

दापोली आप हवाई, रेल और सड़क, तीनों मार्ग से जा सकते हैं।

हवाई मार्ग: रत्नागिरी डोमेस्टिक एयरपोर्ट सबसे करीबी एयरपोर्ट है जो दापोली से 127 किलोमीटर की दूरी पर है।

रेल मार्ग: खेड़ रेलवे स्टेशन सबसे करीबी स्टेशन है जो दापोली से 29 किलोमीटर की दूरी पर है।

सड़क मार्ग: दापोली तक सड़क मार्ग से जाना भी काफी सुविधाजनक है। दापोली मुंबई से करीब 220 किलोमीटर और पुणे से करीब 185 किलोमीटर की दूरी पर है।



Video
»»
संपादकीय
»»
स्वास्थ्य
»»
पर्यटन
»»
खानपान
»»


Copyright @ patrakarbaba.in